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अक्षय तृतीया पर ज्वैलरी बाज़ार में मिलाजुला रुझान-व्यापारियों को अच्छे व्यापार होने की उम्मीद

कल अक्षय तृतीया है जिसे भारत में बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया एक शुभ दिवस होता है जो सफलता और सौभाग्य लेकर आता है।इसलिए लोग इस दिन धन और समृद्धि का स्वागत करने के लिए सोना खरीदने को शुभ मानते हैं। यह भी मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन खरीदा गया सोना कभी घटता नहीं, बल्कि सदैव बढ़ता है।

इस वर्ष अक्षय तृतीया के अवसर पर देशभर में आभूषण बाज़ार में बिक्री को लेकर मिलाजुला रुझान देखा जा रहा है क्योंकि सोने की क़ीमतों में हाल ही में जबरदस्त वृद्धि हुई है।

कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) ने कहा कि इस वर्ष सोने और चांदी की कीमतों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। इस समय 10 ग्राम सोने का भाव ₹1,00,000 तक पहुँच गया है, जबकि पिछले वर्ष अक्षय तृतीया पर यही दर ₹73,500 थी। इसी प्रकार, चांदी का भाव भी ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष यह ₹86,000 प्रति किलोग्राम था।वर्ष 2023 में akshy तृतीया के दिन लगभग देश भर में 14.5 हजार करोड़ का व्यापार हुआ था, वहीं 2024 में लोक सभा चुनाव के चलते व्यापार में काफी कमी आयी थी।

ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष श्री पंकज अरोड़ा ने बताया कि इस साल कल अक्षय तृतीया के दिन लगभग 12 टन सोना जिसकी क़ीमत लगभग 12 हजार करोड़ और 400 टन चांदी जिसकी क़ीमत 4 हजार करोड़ टोटल 16 हजार करोड़ के व्यापार होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस बार सोने-चांदी के बढ़े हुए दामों के कारण ग्राहकों की खरीदारी में कुछ सुस्ती देखने को मिल रही है। आमतौर पर अक्षय तृतीया पर भारी खरीदारी होती थी, लेकिन इस बार उच्च कीमतों ने मांग को प्रभावित किया है।

बढ़े दामों के पीछे प्रमुख कारण:

श्री अरोड़ा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में आर्थिक अनिश्चितता, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि, डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी और वैश्विक निवेशकों द्वारा सोने को सुरक्षित निवेश माध्यम के रूप में अपनाए जाने के कारण सोने-चांदी की कीमतों में लगातार तेजी देखी गई है। इसके अलावा भू-राजनीतिक तनावों और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव ने भी कीमतों को ऊपर पहुँचाया है।

विवाह सीजन से बनी हुई है कुछ मांग:

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया ने कहा कि देश में चल रहे विवाह सीजन के कारण आभूषणों की मांग पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। “शादी-ब्याह में सोने-चांदी की खरीदारी एक परंपरा है, इसलिए भले ही कीमतें ऊंची हैं, फिर भी ग्राहक ज़रूरी खरीद कर रहे हैं। ज्वैलर्स ने भी ग्राहकों को आकर्षित ऑफर्स शुरू किये हैं,

ग्राहकों से अपील:

व्यापारी नेताओं ने ग्राहकों से अपील की कि वे हॉलमार्क वाले प्रमाणित आभूषण ही खरीदें और हर खरीदारी पर बिल अवश्य लें। साथ ही, कीमतों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विश्वसनीय ज्वैलर्स से ही लेन-देन करें।